बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन 11 अक्तूबर को 80 साल के हो जाएंगे. इस मौक़े पर उनकी पुरानी फ़िल्मों की अनदेखी तस्वीरों की प्रदर्शनी लगाई गई है. उनकी पुरानी फ़िल्मों को दिखाया भी जा रहा है.
शनिवार (आठ अक्तूबर) से अमिताभ बच्चन की शुरुआती फ़िल्मों का एक अलग फ़िल्म फ़ेस्टिवल भी शुरू हुआ है. एक ग़ैर सरकारी संस्था 'फ़िल्म हेरिटेज फ़ाउंडेशन' अगले चार दिनों तक देश के 17 शहरों के 22 सिनेमाघरों में अमिताभ बच्चन की फ़िल्में प्रदर्शित कर रही है.
कई अवॉर्ड जीत चुके फ़िल्म निर्माता, संग्रहकर्ता और संरक्षणकर्ता शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर के नेतृत्व में इस संस्था ने मुंबई शहर में अमिताभ बच्चन की 60 फ़िल्मों को बचाए रखने में अहम भूमिका निभाई है.
फ़िल्म निर्देशक क्रिस्टोफ़र नोलान के मुताबिक़ इस 'आर्काइव' ने अपनी गुणवत्ता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है.
आहूजा पिछले तीन दशकों से फ़िल्मों से जुड़ी यादगार चीज़ों का संरक्षण कर रहे हैं. उन्होंने कई किताबें लिखी हैं जिनमें 'लुकिंग एट बॉलीवुड थ्रू पोस्टर्स' भी शामिल है.
एक नज़र डालते हैं प्रदर्शनी की कुछ दुर्लभ तस्वीरों पर
अमिताभ और जया
अमिताभ बच्चन और उनकी पत्नी जया भादुड़ी की ये तस्वीर फ़िल्म 'अभिमान' की शूटिंग के समय की है. इस फ़िल्म को जाने माने फ़िल्मकार ऋषिकेश मुखर्जी ने निर्देशित किया था.
फ़िल्म में अमिताभ बच्चन एक ऐसे व्यक्ति का किरदार निभाते हैं जो अपनी पत्नी की कामयाबी को बर्दाश्त नहीं कर पाता है. फ़िल्म में एक गायिका के तौर पर पत्नी अपने पति से ज़्यादा शोहरत पाने लगती है.
फ़िल्म में अमिताभ की पत्नी का किरदार वास्तविक जीवन में उनकी पत्नी जया भादुड़ी ने निभाया है.
ये फ़िल्म साल 1973 में बच्चन और भादुड़ी की शादी के एक महीने बाद रिलीज़ हुई थी और बॉक्स ऑफ़िस पर कामयाब रही थी.
'अभिमान' अमिताभ बच्चन के करियर की शुरुआती कामयाब फ़िल्मों में से एक है.
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बात सरहद पार
समाप्त
बॉलीवुड के शीर्ष निर्देशक सुभाष घई ने फ़िल्म 'देवा' के लिए अमिताभ बच्चन का चयन किया था लेकिन इस फ़िल्म को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया और इसके कारणों का कभी पता नहीं चला.
1980 के दशक में इसकी शूटिंग हुई थी. ये तस्वीर उसी समय की है.
इस असफल प्रयोग के बाद अमिताभ बच्चन और सुभाष घई ने कभी भी एक साथ काम नहीं किया.
बाद में एक साक्षात्कार में घई ने कहा था, "मुझे इस बात का अफ़सोस है कि मैं अब तक अमिताभ बच्चन के साथ काम नहीं कर सका हूं. मैं उनके पास देवा फ़िल्म लेकर गया था, ये मेरी ग़लती रही कि वो पूरी नहीं हो सकी. इसके बाद मुझे दोबारा उनके साथ काम करने का मौक़ा नहीं मिला."
घई ने कहा था, "मैंने कई बार उनके साथ फ़िल्म करने का सोचा. लेकिन अमिताभ बच्चन के पास जाने के लिए ऐसी फ़िल्म होनी चाहिए जो उनके रुतबे के अनुसार हो और उसमें उनका रोल भी उसी स्तर का होना चाहिए."
'बंधे हाथ'
विलेन रंजीत के ऊपर चढ़े हुए अमिताभ बच्चन की ये तस्वीर 1973 की फ़िल्म 'बंधे हाथ' की शूटिंग के दौरान की है. पीछे निर्देशक ओपी गोयल खड़े हैं.
अमिताभ बच्चन ने इस थ्रिलर फ़िल्म में एक चोर का डबल रोल किया था. ये उनकी शुरुआती फ़िल्मों में से एक थी और बॉक्स ऑफ़िस पर कुछ ख़ास नहीं कर सकी.
ऋषिकेश मुखर्जी के साथ खूब जमी जोड़ी
अमिताभ बच्चन और अभिनेत्री राखी की ये तस्वीर 1979 में आई फ़िल्म 'जुर्माना' के सेट की है. इस फ़िल्म का निर्देशन ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था. दोनों अभिनेताओं के साथ इस तस्वीर में निर्माता देबेश घोष भी दिखाई दे रहे हैं.
फ़िल्म समीक्षक जय अर्जुन सिंह कहते हैं कि इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन ने एक प्लेबॉय का रोल किया था और ये फ़िल्म कुछ अलग थी जिसे बनने में भी काफ़ी समय लगा था.
'जुर्माना' उन आठ फ़िल्मों में से एक है जिनमें अमिताभ बच्चन और ऋषिकेश मुखर्जी ने साथ काम किया था.
सिंह के मुताबिक़ एक बार अमिताभ बच्चन ने कहा था कि वो मुखर्जी की फ़िल्मों में अपने काम का क्रेडिट तक नहीं लेना चाहते हैं क्योंकि उन फ़िल्मों में उन्होंने सिर्फ़ वही किया जो निर्देशक मुखर्जी उन्हें करने के लिए कह रहे थे.
'मर्द' का 'सुपरमैन'
चर्चित चलचित्रकार जल मिस्त्री (बायें) और अमिताभ बच्चन की ये तस्वीर फ़िल्म 'मर्द' की शूटिंग के दौरान ली गई थी. 1985 में आई इस फ़िल्म के निर्देशक थे मनमोहन देसाई.
निर्देशक मनमोहन देसाई ने अमिताभ बच्चन को फ़िल्मी दुनिया के बाज़ार में एक कामयाब अभिनेता के रूप में स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई थी.
'मर्द' फ़िल्म में अमिताभ बच्चन एक स्वतंत्रता सेनानी के बेटे की भूमिका निभाते हैं जो आगे चलकर साम्राज्यवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में कूद जाता है.
एक फ़िल्म समीक्षक ने उस समय इस फ़िल्म में अमिताभ के रोल के बारे में लिखा था, "पूरी फ़िल्म पर अमिताभ का एक छत्र प्रभाव अविवादित है. वो एक सुपरमैन हैं जिसके सामने कोई महिला या पुरुष किरदार नहीं टिकता."
हालांकि बहुत से लोग ऐसे भी थे जो फ़िल्म की कामयाबी को लेकर आशंकित थे.
एक फ़िल्म पत्रिका में एक आलोचक ने लिखा था, "मर्द जैसी फ़िल्म भी हिट हो सकती है, यह फ़िल्म देखने वालों की पसंद के बारे में बहुत कुछ कहता है. लेकिन ये साल की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्मों में से एक है."
अतिथि भूमिका में अमिताभ
1988 में केतन मेहता निर्देशित फ़िल्म 'हीरो हीरालाल' के सेट पर ली गई अमिताभ बच्चन की यह एक दुर्लभ तस्वीर है.
इस तस्वीर में मेहता (सबसे बायें) अभिनेत्री संजना कपूर (दायें से तीसरी), कॉमेडियन जॉनी लीवर और निर्माता गुल आनंद (सबसे दायें) भी हैं.
इस फ़िल्म के हीरो नसीरूद्दीन शाह थे जो एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर बने थे. उन्हें अभिनेत्री बनने आई रूपा (संजना कपूर) से प्यार हो जाता है.
बच्चन इस फ़िल्म में छोटी सी भूमिका में थे. मेहता और बच्चन ने सिर्फ़ इसी फ़िल्म में एकसाथ काम किया.
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